The Basic Principles Of Shiv chaisa
The Basic Principles Of Shiv chaisa
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सनकादिक गरुणादिक भूतादिक संगे ॥ ॐ जय शिव…॥
अस्तुति केहि विधि करौं तुम्हारी। क्षमहु नाथ अब चूक हमारी॥
स्वामी एक है आस तुम्हारी। आय हरहु मम संकट भारी॥
शिव चालीसा के माध्यम से आप भी अपने दुखों को दूर करके शिव की अपार कृपा प्राप्त कर सकते हैं।
शंकर हो संकट के नाशन। मंगल कारण विघ्न विनाशन॥
प्रगट उदधि मंथन में ज्वाला। जरे सुरासुर भये विहाला॥
शंकरं, शंप्रदं, सज्जनानंददं, शैल – कन्या – वरं, परमरम्यं ।
जरत सुरासुर भए विहाला ॥ कीन्ही दया तहं करी सहाई ।
कीन्ह दया तहँ करी सहाई। नीलकण्ठ तब नाम कहाई॥
जय जय जय अनंत अविनाशी। shiv chalisa in hindi करत कृपा सब के घटवासी॥
बुरी आत्माओं से मुक्ति के लिए, शनि के प्रकोप से बचने हेतु हनुमान चालीसा का पाठ करें
एक कमल प्रभु राखेउ जोई। कमल नयन पूजन चहं सोई॥
So, we see that chanting of Shiva Chalisa is drastically useful to the devotees. It truly is without doubt the simplest technique to get the blessings of Lord Shiva. What's more, chanting of Shiva Chalisa is usually carried out by the two men and girls of any age.
शिव चालीसा के सरल शब्दों से भगवान शिव को आसानी से प्रसन्न किया जा सकता है।